ईश्वरीय बोध | Iswariya Bodh के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : ईश्वरीय बोध है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Shri Ramkirshna Paramhans | Shri Ramkirshna Paramhans की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Shri Ramkirshna Paramhans | इस पुस्तक का कुल साइज 4.85 MB है | पुस्तक में कुल 326 पृष्ठ हैं |नीचे ईश्वरीय बोध का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | ईश्वरीय बोध पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm, Knowledge
Name of the Book is : Iswariya Bodh | This Book is written by Shri Ramkirshna Paramhans | To Read and Download More Books written by Shri Ramkirshna Paramhans in Hindi, Please Click : Shri Ramkirshna Paramhans | The size of this book is 4.85 MB | This Book has 326 Pages | The Download link of the book "Iswariya Bodh" is given above, you can downlaod Iswariya Bodh from the above link for free | Iswariya Bodh is posted under following categories dharm, Knowledge |
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रामकृष्ण जी को बाल्यावस्था ही से गाने-बजाने में पड़ी रुचि थी । जहाँ वे कहीं धार्मिक नाटक देख पाते तो घर लौट कर लडको फेा लेकर उसी प्रकार स्वय मी वृक्षों के नीचे पेलते थे। इनको मूर्ति बनाने का भी बड़ा शौक था । जब कभी किमी मूर्ति में कोई सराबी देखते तो झट बता देते और वह मूर्ति फिर उनके कथनानुसार ठीक कर दी जाती थी। वे स्वयं परमात्मा की प्रतिमा बनाते और मित्रों के साथ उनकी आराधना करते थे।