जय हनुमान | Jai Hanuman के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : जय हनुमान है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Shyam Narayan Pandey | Shyam Narayan Pandey की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Shyam Narayan Pandey | इस पुस्तक का कुल साइज 12.0 MB है | पुस्तक में कुल 118 पृष्ठ हैं |नीचे जय हनुमान का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | जय हनुमान पुस्तक की श्रेणियां हैं : Knowledge, dharm
Name of the Book is : Jai Hanuman | This Book is written by Shyam Narayan Pandey | To Read and Download More Books written by Shyam Narayan Pandey in Hindi, Please Click : Shyam Narayan Pandey | The size of this book is 12.0 MB | This Book has 118 Pages | The Download link of the book "Jai Hanuman" is given above, you can downlaod Jai Hanuman from the above link for free | Jai Hanuman is posted under following categories Knowledge, dharm |
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आया विनत मनाने को हंसवाहिनी के चरणों में अपने भाव जगाने को शब्द शब्द के फूल अर्थ के सौरभ से अर्चन होगा रस की यजन–आरती से आह्लादित माँ का मन होगा मैं कुपुत्र हैं भले मगर जननी का स्नेह रसीला है। कहीं उडू, माँ के प्रसाद से मैराबन्धन ढीला है। अगर कहीं भटकेंगा तो माँ हंस लिये मिल जायेगी फिर क्या कहना है, प्रबन्ध में काव्य-कला खिल जायेगी।