कालसर्प दोष शांति प्रयोग | KalaSarp Dosh Shanti Prayog

कालसर्प दोष शांति प्रयोग |  KalaSarp Dosh Shanti Prayog

कालसर्प दोष शांति प्रयोग | KalaSarp Dosh Shanti Prayog के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : कालसर्प दोष शांति प्रयोग है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Shri Raj Verma Ji | Shri Raj Verma Ji की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 443 KB है | पुस्तक में कुल 34 पृष्ठ हैं |नीचे कालसर्प दोष शांति प्रयोग का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | कालसर्प दोष शांति प्रयोग पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm, Social, Tantra-Mantra

Name of the Book is : KalaSarp Dosh Shanti Prayog | This Book is written by Shri Raj Verma Ji | To Read and Download More Books written by Shri Raj Verma Ji in Hindi, Please Click : | The size of this book is 443 KB | This Book has 34 Pages | The Download link of the book " KalaSarp Dosh Shanti Prayog " is given above, you can downlaod KalaSarp Dosh Shanti Prayog from the above link for free | KalaSarp Dosh Shanti Prayog is posted under following categories dharm, Social, Tantra-Mantra |

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पुस्तक का साइज : 443 KB
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ज्योतिषशास्त्र के अनुसार राहु का जन्म भरणी नक्षत्र में हुआ है जिसका अधिदेवता ‘काल' है। केतु का जन्म नक्षत्र आश्लेषा है जिसका अधिदेवता ‘सर्प' है इसलिये राहु-केतु जनित | दोष को ‘कालसर्प दोष कहा जाता है। इसके अतिरिक्त सर्पयोग, विषयोग, शकटयोग, केमद्रुमयोग, भैवयोग, कालयोग, महाकालयोग, वैदूषणयोग आदि मुख्य योगों की जानकारी जन्मपत्रिका से प्राप्त होती है। कालसर्प दोष, पितृदोष, सर्पभय ।

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