उपदेश-प्रसाद | Upadesh Prasad

उपदेश-प्रसाद | Upadesh Prasad

उपदेश-प्रसाद | Upadesh Prasad के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : उपदेश-प्रसाद है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Muni Shri Kushal Vijay Ji | Muni Shri Kushal Vijay Ji की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 5 MB है | पुस्तक में कुल 299 पृष्ठ हैं |नीचे उपदेश-प्रसाद का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | उपदेश-प्रसाद पुस्तक की श्रेणियां हैं : Granth, dharm

Name of the Book is : Upadesh Prasad | This Book is written by Muni Shri Kushal Vijay Ji | To Read and Download More Books written by Muni Shri Kushal Vijay Ji in Hindi, Please Click : | The size of this book is 5 MB | This Book has 299 Pages | The Download link of the book " Upadesh Prasad " is given above, you can downlaod Upadesh Prasad from the above link for free | Upadesh Prasad is posted under following categories Granth, dharm |


पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी : ,
पुस्तक का साइज : 5 MB
कुल पृष्ठ : 299

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प्रस्तुत ग्रन्थ श्रीविजयलक्ष्मीसूरि को अत्यन्त मनोहर एवं चपकारक कृति है। इस में संख्याबंध कथाओं के अतिरिक्त शास्त्राधार भी अधिक मात्रा में उपलब्ध है। मध्यम बुद्धिवाले वाचक के लिये ऐसे ग्रन्थ की परम उपयोगिता समझ परमपूज्य तपोवृर्ती, वयोवृद्ध पन्यासजी महाराज श्रीमंगलविजयजी महाराज की प्रेरणा से इस हिन्दी भाषानुवाद की द्वितीय आवृत्ति की योजना की गई है। इमें प्रथम विभाग में प्रथम चार स्तंभ के भोपान्तर का समाबेश है, जिस में ६१ व्याख्यान हैं। इस विभाग में मात्र समकित विषय को ही विवेचन है। प्रारम्भ में मंगलाचरण कर उसके करने की आवश्यकता को सिद्ध करते हुए प्रथम व्याख्यान में जिनेश्वर के ३५ अतिशयों का रोचक वर्णन किया गया है जो पढ़ते ही बनता है।

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