मारवाड़ का इतिहास भाग-1 | Marwad Ka Itihas Bhag-1

मारवाड़ का इतिहास भाग-1 | Marwad Ka Itihas Bhag-1

मारवाड़ का इतिहास भाग-1 | Marwad Ka Itihas Bhag-1 के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : मारवाड़ का इतिहास भाग-1 है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Bishweshwar Nath Reu | Bishweshwar Nath Reu की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 41.77 MB है | पुस्तक में कुल 522 पृष्ठ हैं |नीचे मारवाड़ का इतिहास भाग-1 का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | मारवाड़ का इतिहास भाग-1 पुस्तक की श्रेणियां हैं : history, Knowledge

Name of the Book is : Marwad Ka Itihas Bhag-1 | This Book is written by Bishweshwar Nath Reu | To Read and Download More Books written by Bishweshwar Nath Reu in Hindi, Please Click : | The size of this book is 41.77 MB | This Book has 522 Pages | The Download link of the book "Marwad Ka Itihas Bhag-1" is given above, you can downlaod Marwad Ka Itihas Bhag-1 from the above link for free | Marwad Ka Itihas Bhag-1 is posted under following categories history, Knowledge |


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पुस्तक का साइज : 41.77 MB
कुल पृष्ठ : 522

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मारवाड़-राज्य राजपूताने के पश्चिमी भाग में स्थित है और इसका क्षेत्रफल राजपाने की रियासतों से ही नहीं, किन्तु हैदरावा और कश्मीर को छोड़कर भारत की अन्य सत्र ही रियासों से बड़ा है राव सीहोजी * वन्नौज से ,ने के पूर्व यहां पर अनेक राज-वंशों का अधिकार रह चुका था और विक्रम ची नवीं शताब्दी में यहां के प्रतिहार-नरेश नागभट (द्वितीय) ने कन्नोज विजय कर वां पर अपना राज्य स्थापित किया था परन्तु विक्रम की तेरहवीं शताब्दी में चक्र में परिवर्तन हुँ। और बन्नीज के राटोइ-नरेश जयचन्द्र के पौत्र सीजा ने कर [रवाई में अपना राय जमाया।

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