प्रेम पत्र | Prema Patra के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : प्रेम पत्र है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Devkinandan Vibhav | Devkinandan Vibhav की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Devkinandan Vibhav | इस पुस्तक का कुल साइज 11.79 MB है | पुस्तक में कुल 233 पृष्ठ हैं |नीचे प्रेम पत्र का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | प्रेम पत्र पुस्तक की श्रेणियां हैं : history
Name of the Book is : Prema Patra | This Book is written by Devkinandan Vibhav | To Read and Download More Books written by Devkinandan Vibhav in Hindi, Please Click : Devkinandan Vibhav | The size of this book is 11.79 MB | This Book has 233 Pages | The Download link of the book "Prema Patra" is given above, you can downlaod Prema Patra from the above link for free | Prema Patra is posted under following categories history |
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प्रस्तुत पुस्तक के पत्र उस समय लिखे गये थे जब लेखक स्वतन्त्रता आन्दोलन से आगरा केन्द्रीय बन्दी गृह में बन्द था । उस समय यह पत्र एक विशेष आवश्यकता की पूर्ति के लिये लिखे गये थे परन्तु लेखक का यह विश्वास है कि आज की परिस्थिति में यह पुस्तक हमारे देश के नवयुवक और नवयुवतियों की अनेक समस्यायें सुलझाने और उनके जीवन के अन्धकार में एक नया प्रकाश देने में समर्थ होगी । यदि ऐसा हुआ तो लेखक अपने श्रम को सफल समझेगा ।