साधु सम्मेलन का इतिहास | Sadhu Sammelan ka Itihas

साधु सम्मेलन का इतिहास | Sadhu Sammelan ka Itihas

साधु सम्मेलन का इतिहास | Sadhu Sammelan ka Itihas

साधु सम्मेलन का इतिहास | Sadhu Sammelan ka Itihas के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : साधु सम्मेलन का इतिहास है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Unknown | Unknown की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 19.26 MB है | पुस्तक में कुल 558 पृष्ठ हैं |नीचे साधु सम्मेलन का इतिहास का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | साधु सम्मेलन का इतिहास पुस्तक की श्रेणियां हैं : inspirational

Name of the Book is : Sadhu Sammelan ka Itihas | This Book is written by Unknown | To Read and Download More Books written by Unknown in Hindi, Please Click : | The size of this book is 19.26 MB | This Book has 558 Pages | The Download link of the book "Sadhu Sammelan ka Itihas" is given above, you can downlaod Sadhu Sammelan ka Itihas from the above link for free | Sadhu Sammelan ka Itihas is posted under following categories inspirational |

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पुस्तक का साइज : 19.26 MB
कुल पृष्ठ : 558

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समाज की छिन्न-भिन्न दशा को देखकर धर्मवीर दुर्लभजी भाई जौहरी संगठन के लिये दिशा ढूंढने लगे जैनाचार्य पूज्य श्री सोहनलालजी महाराज ने साधु-सम्मेलन की स्कीम रक्खी दुर्लभजी भाई ने उक्त स्कीम को उठाया स्थान की चर्चा चली तो अजमेर के श्री गणेशमलजी बोहरा ने अजमेर में उक्त सम्मेलन करने के लिये प्रयत्न प्रारम्भ किया। प्रयत्न सो ब्यावर आदि अन्य शहरों के श्री संघों का भी था, किन्तु श्री गणेशमलजी बोहरा, मदनचन्दजी बिग्दीचन्दजी सेठी, मूलचन्दजी, नवरत्नमलजी सेठ, पन्नालालजी नाहर आदि ने तो उस ओर अपनी सम्पूर्ण शक्ति लगा दी ।

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