शिवस्तोत्राबलि | Shivastotravali के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : शिवस्तोत्राबलि है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Dr. Susma Jadoo Jatu | Dr. Susma Jadoo Jatu की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Dr. Susma Jadoo Jatu | इस पुस्तक का कुल साइज 28.7 MB है | पुस्तक में कुल 179 पृष्ठ हैं |नीचे शिवस्तोत्राबलि का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | शिवस्तोत्राबलि पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm
Name of the Book is : Shivastotravali | This Book is written by Dr. Susma Jadoo Jatu | To Read and Download More Books written by Dr. Susma Jadoo Jatu in Hindi, Please Click : Dr. Susma Jadoo Jatu | The size of this book is 28.7 MB | This Book has 179 Pages | The Download link of the book "Shivastotravali " is given above, you can downlaod Shivastotravali from the above link for free | Shivastotravali is posted under following categories dharm |
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स्वरूप-साक्षात्कार अनुभव करने के मार्ग में सात अवस्थाएँ होती हैं जो शिव तत्त्व से सकल तत्त्व तक होती हैं। पहली चार अवस्थाएँ अर्थात् शिव, सदाशिव, ईश्वर और शुद्ध विद्या, विद्या नामक पथ का प्रतिनिधित्व करती है। अविद्या नामक दूसरे पथ का प्रतिनिधित्व विज्ञानाकल, प्रलयाकल एवं साकल नामक अवस्थाएँ करती हैं। इन्हीं विद्या एवं अविद्या पथों का उल्लेख यहाँ मिलता है, 'आपकी भक्तिरूपिणी अध्यात्म विद्या जिन पुरुषों के अभ्यास में आई हो, वे ही तो विद्या तथा अविद्या दोनों का ही सार-भूत तत्त्व जानने वाले होते हैं।