श्री शनि चालीसा | Shri Shani Chalisa के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : श्री शनि चालीसा है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Unknown | Unknown की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Unknown | इस पुस्तक का कुल साइज 200 KB है | पुस्तक में कुल 3 पृष्ठ हैं |नीचे श्री शनि चालीसा का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | श्री शनि चालीसा पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm
Name of the Book is : Shri Shani Chalisa | This Book is written by Unknown | To Read and Download More Books written by Unknown in Hindi, Please Click : Unknown | The size of this book is 200 KB | This Book has 3 Pages | The Download link of the book " Shri Shani Chalisa " is given above, you can downlaod Shri Shani Chalisa from the above link for free | Shri Shani Chalisa is posted under following categories dharm |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
जय गनेश गिरिजा सुवन, मंगल करण कृपाल. दीनन के दुःख दूर करि. कीजै नाथ निहाल. जय जय श्री शनिदेव प्रभु. सुनहु विनय महाराज करह कृपा हे रवि तनय, राखह जन की लाज. जयति जयति शनिदेव दयाला. करत सदा भक्तन प्रतिपाला. चारि भुजा, तनु श्याम विराजै. माथे रतन मुकुट छवि छाजै.परम विशाल मनोहर भाला. टेढ़ी दृश्टि भृकुटि विकराला कुण्डल श्रवण चमाचम चमके. हिये माल मुक्तन मणि दमके कर में गदा त्रिशूल कूठारा. पल बिच करें अरिहिं संसारा. पिंगल, कृश्णों, छाया, नन्दन.