वाल्मीकि रामायण और रामचरितमानस | Valmiki Ramayan Aur Ramcharitmanas

वाल्मीकि रामायण और रामचरितमानस | Valmiki Ramayan Aur Ramcharitmanas

वाल्मीकि रामायण और रामचरितमानस | Valmiki Ramayan Aur Ramcharitmanas के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : वाल्मीकि रामायण और रामचरितमानस है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Dr. Jagdish Sharma | Dr. Jagdish Sharma की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 6.85 MB है | पुस्तक में कुल 389 पृष्ठ हैं |नीचे वाल्मीकि रामायण और रामचरितमानस का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | वाल्मीकि रामायण और रामचरितमानस पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm

Name of the Book is : Valmiki Ramayan Aur Ramcharitmanas | This Book is written by Dr. Jagdish Sharma | To Read and Download More Books written by Dr. Jagdish Sharma in Hindi, Please Click : | The size of this book is 6.85 MB | This Book has 389 Pages | The Download link of the book "Valmiki Ramayan Aur Ramcharitmanas " is given above, you can downlaod Valmiki Ramayan Aur Ramcharitmanas from the above link for free | Valmiki Ramayan Aur Ramcharitmanas is posted under following categories dharm |


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पुस्तक का साइज : 6.85 MB
कुल पृष्ठ : 389

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रामायण के प्रति मानम ३ कवि की इस सवेदनशीलता, साथ ही स्वतंत्र काव्य सञना को देखते हुए दोनों काव्यों की तुलनात्मक अध्ययन अपरिहार्य हो जाता है। यह तुलना एक मोर प्रसग-ग्रहण, भाव-ग्रहण, शब्द-ग्रहण आदि के रूप में काव्य के ऊपरी स्तर पर हो मुकनी है तो दूसरी ओर कम्यि-सृष्टि के अन्तर मे पैठकर कवियोके रचना-कौशल की तुलना से उनकी सौन्दर्य-विधान-प्रक्रिया और उनके कापो की प्रभाब-दाक्ति के स्रोतो की गवेषणा की जा सकती है। काव्य-सौन्दर्य के सम्यक् मूल्याक्न के लिये द्वितीय प्रकार की तुलना ही अधिक उपयोगी सिद्ध हो सकती है पर इमी दृष्टि से मैंने प्रस्तुत शोध-कार्य किया है।

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