श्रीमद राजेन्द्रसुरि स्मारक ग्रन्थ | Shrimad Rajendrasuri Smarak Granth के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : श्रीमद राजेन्द्रसुरि स्मारक ग्रन्थ है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Unknown | Unknown की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Unknown | इस पुस्तक का कुल साइज 31.1MB है | पुस्तक में कुल 1060 पृष्ठ हैं |नीचे श्रीमद राजेन्द्रसुरि स्मारक ग्रन्थ का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | श्रीमद राजेन्द्रसुरि स्मारक ग्रन्थ पुस्तक की श्रेणियां हैं : Granth
Name of the Book is : Shrimad Rajendrasuri Smarak Granth | This Book is written by Unknown | To Read and Download More Books written by Unknown in Hindi, Please Click : Unknown | The size of this book is 31.1MB | This Book has 1060 Pages | The Download link of the book "Shrimad Rajendrasuri Smarak Granth" is given above, you can downlaod Shrimad Rajendrasuri Smarak Granth from the above link for free | Shrimad Rajendrasuri Smarak Granth is posted under following categories Granth |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
अहिंसा प्राणिमात्र का माता के समान पालन-पोषण करती है, शरीररूपी मरुभूमि में अमृत-सरिता बहाती है दुःखरूपी दावानल को बुझाने में मेघ के समान है और भव-भ्रमणरूपी महारोगों के नाश करने में रामवाण औषधि के समान काम करती है। इसी प्रकार सुखमय दीर्घायु, आरोग्यता, सौदर्यता और मनोवांछित वस्तुओं को प्रदान करती है। इसलिये अहिंसा-धर्म का सर्व प्रकार से पालन करना चाहिये; तभी देश, धर्म, समाज और आत्मा का वास्तविक उत्थान होगा ।