स्तोत्र रत्नावली | Stotra Ratnavali

स्तोत्र रत्नावली | Stotra Ratnavali

स्तोत्र रत्नावली | Stotra Ratnavali के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : स्तोत्र रत्नावली है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Unknown | Unknown की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 6.72 MB है | पुस्तक में कुल 322 पृष्ठ हैं |नीचे स्तोत्र रत्नावली का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | स्तोत्र रत्नावली पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm

Name of the Book is : Stotra Ratnavali | This Book is written by Unknown | To Read and Download More Books written by Unknown in Hindi, Please Click : | The size of this book is 6.72 MB | This Book has 322 Pages | The Download link of the book "Stotra Ratnavali" is given above, you can downlaod Stotra Ratnavali from the above link for free | Stotra Ratnavali is posted under following categories dharm |


पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 6.72 MB
कुल पृष्ठ : 322

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उन गजवदन देवदेवी जय हो, जिनके चरणकमलको स्मरण सम्पूर्ण विघ्नसमूहको इस प्रकार नष्ट कर देता है जैसे सूर्य अन्धकार राशिको जो पुरुप विद्यारम्भ, विवाह, प्रदेश निर्गमन ( बरसे बाहर जाने ) मंग्राम अथवा सङ्कटके समय मुनु एकदन्तः कपिल, गजकर्ण, आन्दर, विकट, विघ्ननादान, विनायक, धूम्रकेतु, गगाच्य भारदचन्द्र और गजानन-इन बारह नामको पाठ या अवण मी करता है|

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1 Comment
  1. त्रिलोकीनाथमिश्र says

    जय श्रीराम।
    कृपया नया पीडीएफ उपलब्ध कराएं।
    यह अस्पष्ट दिखता है।

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