लोकायतन | Lokayatan

लोकायतन | Lokayatan

लोकायतन | Lokayatan के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : लोकायतन है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Sumitranandan Pant | Sumitranandan Pant की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 22 MB है | पुस्तक में कुल 456 पृष्ठ हैं |नीचे लोकायतन का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | लोकायतन पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm

Name of the Book is : Lokayatan | This Book is written by Sumitranandan Pant | To Read and Download More Books written by Sumitranandan Pant in Hindi, Please Click : | The size of this book is 22 MB | This Book has 456 Pages | The Download link of the book "Lokayatan" is given above, you can downlaod Lokayatan from the above link for free | Lokayatan is posted under following categories dharm |


पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 22 MB
कुल पृष्ठ : 456

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हिन्दी के विद्वानों तथा अालोचकों ने उसे जिन पिछली मान्यतापों की दृष्टि में रामझने की चेष्टा की वे मानदण्ड जसे ग्रहण करने में बिलकुल ही अक्षम तथा अमफल रहे । लोकायतन का संघर्ष पिछली अस्मिता और नयी आस्था का संघर्ष है. जो इस युग में सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक संघर्ष का रूप ग्रहण कर रहा है, अ। आगे की दृष्टि न होने से हमें पीछे की ओर देखने को बाध्य करता है। उसे विश्व मानम से विश्व | जीवन तथा व्यक्ति मन में अभिव्यक्ति पाने में अनेक जटिलतामों का सामना करना पड़ रहा है।

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