भाभी | Bhabhi

भाभी | Bhabhi

भाभी | Bhabhi के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : भाभी है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Unknown | Unknown की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 03.11 MB है | पुस्तक में कुल 136 पृष्ठ हैं |नीचे भाभी का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | भाभी पुस्तक की श्रेणियां हैं : Stories, Novels & Plays, children

Name of the Book is : Bhabhi | This Book is written by Unknown | To Read and Download More Books written by Unknown in Hindi, Please Click : | The size of this book is 03.11 MB | This Book has 136 Pages | The Download link of the book "Bhabhi" is given above, you can downlaod Bhabhi from the above link for free | Bhabhi is posted under following categories Stories, Novels & Plays, children |


पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी : ,
पुस्तक का साइज : 03.11 MB
कुल पृष्ठ : 136

Search On Amazon यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |

छोटी भाभी की जान संकट में है। बिना पूछे दिया जला देने से सरसों का मॅहगा तेल फुक जाता है, पूछ कर जलाने की चतुराई दिखाने से आँखें रखते हुए भी उनके न होने का उलाहना मिलता है । चुपचाप बैठी रहने का एक रास्ता है, पर वह भी निष्कंटक नहीं। तब अँधेरे की रानी' की उपाधि मिलती है । उनके गरीव माँ बाप की असमर्थता पर तरस खाया जाता है, कि उन्होंने इतना भी सलीका सिखाकर अपनी लाड़ली को नहीं भेजा, जो अँधेरे घर में दिया-बत्ती कर सके । अपने घर के इस संसार के संबंध में जिसने शासन की इतनी तत्परता सिखाई है, उसीने अगर बड़ी भाभी फो छोटी भाभी बनाया होता तो एक दिन में दो महाभारत से कम न होते |

You might also like
Leave A Reply

Your email address will not be published.