बुलबुल मित्रता की कहानी | Bulbul Mitrata Ki Kahani के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : बुलबुल मित्रता की कहानी है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Unknown | Unknown की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Unknown | इस पुस्तक का कुल साइज 1019 KB है | पुस्तक में कुल 9 पृष्ठ हैं |नीचे बुलबुल मित्रता की कहानी का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | बुलबुल मित्रता की कहानी पुस्तक की श्रेणियां हैं : children
Name of the Book is : Bulbul Mitrata Ki Kahani | This Book is written by Unknown | To Read and Download More Books written by Unknown in Hindi, Please Click : Unknown | The size of this book is 1019 KB | This Book has 9 Pages | The Download link of the book "Bulbul Mitrata Ki Kahani " is given above, you can downlaod Bulbul Mitrata Ki Kahani from the above link for free | Bulbul Mitrata Ki Kahani is posted under following categories children |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
चीन के सम्राट का महल बहुत ही सुंदर था. संसार भर से लोग उस महल को देखने आते थे.महल के कमरे बहुत बड़े थे. खिड़कियों पर बढ़िया रेशम के परदे लगे थे. दुनिया के सबसे कुशल कारीगरों ने महल के लिए कालीन बनाये थे. फर्नीचर भी उत्तम प्रकार का था.महल के बगीचों में एक सौ माली काम करते थे. वह हज़ारों पौधों का ध्यान रखते थे. बगीचों में उन्होंने अनूठे पौधे लगा रखे थे.इन सुंदर वस्तुओं को देखने के लिए कई लोग आते थे. जो वस्तुएँ उन्होंने कभी देखी न थीं उन्हें वह देखना चाहते थे. वह महल और बगीचों का चक्कर लगाते थे और हर वस्तु को देख कर दंग रह जाते थे. महल का भ्रमण समाप्त होने पर भी लोग और घूमना चाहते