देव और बिहारी | Dev Aur Bihari के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : देव और बिहारी है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Unknown | Unknown की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Unknown | इस पुस्तक का कुल साइज 9 MB है | पुस्तक में कुल 332 पृष्ठ हैं |नीचे देव और बिहारी का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | देव और बिहारी पुस्तक की श्रेणियां हैं : literature
Name of the Book is : Dev Aur Bihari | This Book is written by Unknown | To Read and Download More Books written by Unknown in Hindi, Please Click : Unknown | The size of this book is 9 MB | This Book has 332 Pages | The Download link of the book "Dev Aur Bihari" is given above, you can downlaod Dev Aur Bihari from the above link for free | Dev Aur Bihari is posted under following categories literature |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
यह आनंद-प्रदान रस के परिपाक से सिद्ध होता है। यों तो नीरस कविता भो मानी गई है, और चित्र-काव्य का भी कविता के अंतर्गत वर्णन किया गया है, पर वास्तव में रसरमक काव्य ही काव्य है । रस मनोविकारों के संपूर्ण विकास का रूप है । किसी कारणविशेष से एक मनोविकार उस्थित होता है, फिर परिपुष्ट होकर वह सफल होता है। इसी को रस-परिपाक कहते हैं ।