फोटोसिंथेसिस की जानकारी : इसाक असिमोव हिंदी पुस्तक मुफ्त पीडीऍफ़ डाउनलोड | Photosynthesis Ki Jankari : Isaac Asimov Hindi Book free PDF Download

फोटोसिंथेसिस की जानकारी : इसाक असिमोव | Photosynthesis Ki Jankari : Isaac Asimov

फोटोसिंथेसिस की जानकारी : इसाक असिमोव | Photosynthesis Ki Jankari : Isaac Asimov

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इस पुस्तक का नाम : फोटोसिंथेसिस की जानकारी है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Arvind Gupta, Isaac Asimov | Arvind Gupta, Isaac Asimov की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : , | इस पुस्तक का कुल साइज 3.7 MB है | पुस्तक में कुल 35 पृष्ठ हैं |नीचे फोटोसिंथेसिस की जानकारी का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | फोटोसिंथेसिस की जानकारी पुस्तक की श्रेणियां हैं : Knowledge, science

Name of the Book is : Photosynthesis Ki Jankari | This Book is written by Arvind Gupta, Isaac Asimov | To Read and Download More Books written by Arvind Gupta, Isaac Asimov in Hindi, Please Click : , | The size of this book is 3.7 MB | This Book has 35 Pages | The Download link of the book "Photosynthesis Ki Jankari" is given above, you can downlaod Photosynthesis Ki Jankari from the above link for free | Photosynthesis Ki Jankari is posted under following categories Knowledge, science |

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पुस्तक का साइज : 3.7 MB
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1643 में बेल्जियम के एक वैज्ञानिक जैन बैप्तिस्ता फॉन हेल्मोन्ट (1577 1644) ने इस बारे में कुछ प्रयोग किए। उसने मिट्टी की एक निश्चित मात्रा का वजन किया और फिर उसमें एक मजनू (विलो) का पेड़ लगाया। उसने गमले को अच्छी तरह ढक कर रखा जिससे उसके द्वारा पानी के अलावा उसमें कोई अन्य चीज न जाए। उसने पांच साल तक पेड़ को पानी से सींचा। बाद में उसने उसे उखाड़कर उसकी जड़ों की सारी मिट्टी को सम्भालकर गमले में वापिस डाला।
उसने पाया कि मजनू का पेड़ अब 146-पाउंड का हो गया था जबकि मिट्टी के वजन में सिर्फ 2-आउंस की कमी आई थी। उसे लगा कि मिट्टी से नहीं बल्कि पानी से पौधों ने अपने विकास के लिए पदार्थ बनाया होगा।
हेल्मोन्ट के जमाने में लोगों को यह नहीं पता था कि विभिन्न पदार्थों में अलग अलग अणु होते हैं। हेल्मोन्ट को यह भी नहीं पता था कि पानी में । सिप ऑक्सीजन और हाईड्रोजन के अणु होते हैं जबकि पौधों में ऑक्सीजन और हाईड्रोजन के अलावा कार्वन के अणु भी होते हैं।

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