कीर्तन रस-स्वरूप | Kirtan Ras Svarup

कीर्तन रस-स्वरूप | Kirtan Ras Svarup

कीर्तन रस-स्वरूप | Kirtan Ras Svarup के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : कीर्तन रस-स्वरूप है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Unknown | Unknown की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 96.9 MB है | पुस्तक में कुल 476 पृष्ठ हैं |नीचे कीर्तन रस-स्वरूप का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | कीर्तन रस-स्वरूप पुस्तक की श्रेणियां हैं : Poetry, Granth

Name of the Book is : Kirtan Ras Svarup | This Book is written by Unknown | To Read and Download More Books written by Unknown in Hindi, Please Click : | The size of this book is 96.9 MB | This Book has 476 Pages | The Download link of the book "Kirtan Ras Svarup" is given above, you can downlaod Kirtan Ras Svarup from the above link for free | Kirtan Ras Svarup is posted under following categories Poetry, Granth |


पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी : ,
पुस्तक का साइज : 96.9 MB
कुल पृष्ठ : 476

Search On Amazon यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |

श्री श्रीमाँ की असीम कृपा तथा भक्तवृन्दों के एकान्त आग्रह से “कीर्तन रस-स्वरूप' ग्रन्थ प्रकाशित किया गया। इस बृहत् और विचित्र संकलन में अनेक दुष्प्राप्य तथा लुप्त-प्राय उत्कृष्ट संगीतों का संग्रह किया गया है। इसके सिवाय और भी कुछ सङ्गीत हैं जो किसी दूसरे स्थान में नहीं मिलते और मातृभक्तों के पास जो अमूल्य हैं-जैसे, श्रीश्रीमाँ के मुख के स्वतःस्फूर्त सङ्गीत, श्रीश्रीमाँ के मुखसे गीत तथा नानीजी के द्वारा रचित सङ्गीत । माँ प्रायः कहा करती हैं,-"तुम्हारे इस शरीर के सभी अस्तव्यस्त हैं, नहीं देखते ! माँ के इस ‘अस्तव्यस्त ख्याल ने वाङ्मयी मूर्ति प्राप्त कर ली हैनाँ के मुख के इन स्वतःस्फूर्त संगीतों के माध्यम से ।

You might also like
Leave A Reply

Your email address will not be published.