कुछ सच कुछ झूठ | Kuchh Sach Kuchh Jhoot

कुछ सच कुछ झूठ | Kuchh Sach Kuchh Jhoot

कुछ सच कुछ झूठ | Kuchh Sach Kuchh Jhoot के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : कुछ सच कुछ झूठ है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Gopal Prasad Vyas | Gopal Prasad Vyas की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 08.71 MB है | पुस्तक में कुल 95 पृष्ठ हैं |नीचे कुछ सच कुछ झूठ का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | कुछ सच कुछ झूठ पुस्तक की श्रेणियां हैं : literature, Social

Name of the Book is : Kuchh Sach Kuchh Jhoot | This Book is written by Gopal Prasad Vyas | To Read and Download More Books written by Gopal Prasad Vyas in Hindi, Please Click : | The size of this book is 08.71 MB | This Book has 95 Pages | The Download link of the book "Kuchh Sach Kuchh Jhoot " is given above, you can downlaod Kuchh Sach Kuchh Jhoot from the above link for free | Kuchh Sach Kuchh Jhoot is posted under following categories literature, Social |


पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी : ,
पुस्तक का साइज : 08.71 MB
कुल पृष्ठ : 95

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इस पुस्तक में सच भी है और झूठ भी। सच कितना है और झूठ कितना, इसे जानना हो तो आप ही जानिए। मेरे लिए तो सच और झूठ दोनों ही बराबर हैं। न सच बोलने से मुझे कोई जागीर मिली, न झूठ बोलने पर किसी ने फाँसी दी। झूठ क्या है और सच क्या है, इस पचड़े में भी मैं पड़ना नहीं चाहता। मैं जानता हूँ कि जिस महान शताब्दी में मैंने जन्म लिया है, उसके लोग किसी भी सच को झूठ में, किसी भी झूठ को जब चाहें तब अपने मतलब के अनुसार सच में परिवर्तित कर सकते हैं।

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