मम्मटिया | Mammatia

मम्मटिया : धर्मेन्द्र राजमंगल | Mammatia : Dharmendra Rajmangal

मम्मटिया : धर्मेन्द्र राजमंगल | Mammatia : Dharmendra Rajmangal के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : मम्मटिया है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Dharmendra Rajmangal | Dharmendra Rajmangal की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 4 MB है | पुस्तक में कुल 77 पृष्ठ हैं |नीचे मम्मटिया का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | मम्मटिया पुस्तक की श्रेणियां हैं : Stories, Novels & Plays, women

Name of the Book is : Mammatia | This Book is written by Dharmendra Rajmangal | To Read and Download More Books written by Dharmendra Rajmangal in Hindi, Please Click : | The size of this book is 4 MB | This Book has 77 Pages | The Download link of the book "Mammatia" is given above, you can downlaod Mammatia from the above link for free | Mammatia is posted under following categories Stories, Novels & Plays, women |


पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी : ,
पुस्तक का साइज : 4 MB
कुल पृष्ठ : 77

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मम्मटिया उपन्यास एक ऐसी स्त्री की कहानी है जो अपने जीवन में आयी तमाम मुश्किलों को झेलते हुये आगे चलती चली जाती है। एक अकेली स्त्री और सामने खडी पहाड सी मुश्किलें। साथ में अगर वो विधवा हो तो उसके लिये जिन्दगी और ज्यादा कठिन हो जाती है। एक महिला कमला जो आगे बढकर अपने आप और अपने बच्चों को सुखी देखना चाहती है, वहीं दूसरी तरफ उसे दुख देकर पीछे धकेलने वाले लोग लगातार उसको हानि पहुंचाये जाते है। लेकिन वो स़्त्री इतनी जल्दी हार मानना नही चाहती । वो पहले ही अपनी जिन्दगी में बहुत कुछ खो चुकी है। अब उसे मुश्किलों से लडने का अभ्यास सा हो गया है। फिर वो क्योंकर पीछे हट जाये? आखिर ये उसकी और उसके बच्चों की जिन्दगी का सवाल है।

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