नागार्जुन | Nagarjun

नागार्जुन | Nagarjun

नागार्जुन | Nagarjun के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : नागार्जुन है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Suresh Chandra Tyagi | Suresh Chandra Tyagi की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 24.63 MB है | पुस्तक में कुल 295 पृष्ठ हैं |नीचे नागार्जुन का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | नागार्जुन पुस्तक की श्रेणियां हैं : Stories, Novels & Plays

Name of the Book is : Nagarjun | This Book is written by Suresh Chandra Tyagi | To Read and Download More Books written by Suresh Chandra Tyagi in Hindi, Please Click : | The size of this book is 24.63 MB | This Book has 295 Pages | The Download link of the book "Nagarjun" is given above, you can downlaod Nagarjun from the above link for free | Nagarjun is posted under following categories Stories, Novels & Plays |


पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 24.63 MB
कुल पृष्ठ : 295

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आलोचना कोई भरोसे की चीज थोडे ही है। और हिन्दी आलोचना राम का नाम लो नखक और पाठक के बीच सेतु बनना चाहिये आलोचक को लेकिन बन नही रहा है । वह तो दोनों के मध्य दीवार चिन रहा है सिद्धान्तों कीमनोविश्लेषणवादी, समाजवादी, नौन्दर्यवादी, रूपबादी इत्यादि आलोचना के क्षेत्र में भी तात्कालिक तूफान आते हे- मुक्तिबोध से बड़ा कोई नहीं हुआ, धूमिल ने नई जमीन तोड़ दी, फला अभूतपूर्व हैं, फलां वैसा है। नागार्जुन लम्बे अरसे तक आलोचकों की उपेक्षा भेलते रहे। कहीं नामोल्लेख मात्र हुआ तो हुआ अन्यथा वह भी नहीं

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