नारायण कवच | Narayan Kwach के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : नारायण कवच है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Unknown | Unknown की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Unknown | इस पुस्तक का कुल साइज 312 KB है | पुस्तक में कुल 32 पृष्ठ हैं |नीचे नारायण कवच का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | नारायण कवच पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm
Name of the Book is : Narayan Kwach | This Book is written by Unknown | To Read and Download More Books written by Unknown in Hindi, Please Click : Unknown | The size of this book is 312 KB | This Book has 32 Pages | The Download link of the book "Narayan Kwach" is given above, you can downlaod Narayan Kwach from the above link for free | Narayan Kwach is posted under following categories dharm |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
विश्वरूप ने कहा देवराज इन्द्र भय का अवसर उपस्थित होने पर नारायण कवच धारण करके अपने शरीर की रक्षा कर लेनी चाहिए उसकी विधि यह है कि पहले हाँथ-पैर धोकर आचमन करे, फिर हाथ में कुश की पवित्री धारण करके उत्तर मुख करके बैठ जाय इसके बाद कवच धारण पर्यत और कुछ न बोलने का निश्चय करके पवित्रता से ॐ नमो नारायणाय और ॐ नमो भगवते वासुदेवाय इन मंत्रों के द्वारा हृदयादि अङ्गन्यास तथा अङ्गुष्ठादि करन्यास करे पहले ॐ नमो नारायणाय इस अष्टाक्षर मन्त्र के ॐ आदि आठ अक्षरों का क्रमशः पैरों, घुटनों, जाँघों, पेट, हृदय, वक्षःस्थल, मुख और सिर में न्यास करे अथवा पूर्वोक्त मन्त्र के यकार से लेकर ॐ कार तक आठ अक्षरों का सिर से आरम्भ कर |