प्रतिभा | Pratibha के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : प्रतिभा है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Harekrishna Mehtab | Harekrishna Mehtab की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Harekrishna Mehtab | इस पुस्तक का कुल साइज 5 MB है | पुस्तक में कुल 127 पृष्ठ हैं |नीचे प्रतिभा का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | प्रतिभा पुस्तक की श्रेणियां हैं : Stories, Novels & Plays
Name of the Book is : Pratibha | This Book is written by Harekrishna Mehtab | To Read and Download More Books written by Harekrishna Mehtab in Hindi, Please Click : Harekrishna Mehtab | The size of this book is 5 MB | This Book has 127 Pages | The Download link of the book "Pratibha" is given above, you can downlaod Pratibha from the above link for free | Pratibha is posted under following categories Stories, Novels & Plays |
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वे बड़ी दुविधा में पड़ गए थे। वे जानते थे प्रतिभा ही क्यों और भी किसी लड़की से वे विवाह नहीं कर सकते हैं। यह रुकावट उनकी खुद की उत्पन्न की हुई थी। महेंद्रबाबू ने अपने कॉलेज में एक संगठन बनाया था। उसका नाम था ‘वीर समाज' । उसका उद्देश्य देश में फैले कुसंस्कारों, अशिक्षा, रूढियों और मूढ़मान्यताओं से लड़ना था। इस रास्ते पर चलने के लिए बड़े से बड़ा त्याग करने को भी इसके सदस्य राजी थे। आवश्यकता पड़ने पर जीवनदान भी दिया जा सकता है, यह बात सभी सदस्य मानते थे।