पुनश्चर्या-संवाद | Punshcharya-Sanvad

पुनश्चर्या-संवाद | Punshcharya-Sanvad

पुनश्चर्या-संवाद | Punshcharya-Sanvad के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : पुनश्चर्या-संवाद है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Dr. Somnath Tiwari | Dr. Somnath Tiwari की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 59.9 MB है | पुस्तक में कुल 345 पृष्ठ हैं |नीचे पुनश्चर्या-संवाद का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | पुनश्चर्या-संवाद पुस्तक की श्रेणियां हैं : Social, society

Name of the Book is : Punshcharya-Sanvad | This Book is written by Dr. Somnath Tiwari | To Read and Download More Books written by Dr. Somnath Tiwari in Hindi, Please Click : | The size of this book is 59.9 MB | This Book has 345 Pages | The Download link of the book "Punshcharya-Sanvad " is given above, you can downlaod Punshcharya-Sanvad from the above link for free | Punshcharya-Sanvad is posted under following categories Social, society |


पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी : ,
पुस्तक का साइज : 59.9 MB
कुल पृष्ठ : 345

Search On Amazon यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |

मानव एक सामाजिक प्राणी है। वह समाज में रहकर समाज के विभिन्न क्षेत्रों में क्रियाशील रहता है। मानव के जीवन के आर्थिक, सामाजिक, राजनैतिक, धार्मिक, ऐतिहासिक, मनोवैज्ञानिक इत्यादि विभिन्न पहलू हैं। चूंकि व्यक्ति के सामाजिक जीवन के ये पहलू एक-दूसरे से परस्पर सम्बद्ध हैं, इसलिए तमाम सामाजिक शास्त्रों के बीच भी किसी न किसी रूप में सम्बद्धता है। इन सामाजिक शास्त्रों को ही सामाजिक विज्ञान कहते हैं।

You might also like
Leave A Reply

Your email address will not be published.