पुष्यमित्र | Pushya Mitra

पुष्यमित्र | Pushya Mitra

पुष्यमित्र | Pushya Mitra के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : पुष्यमित्र है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Gurudutta | Gurudutta की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 4.55 MB है | पुस्तक में कुल 220 पृष्ठ हैं |नीचे पुष्यमित्र का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | पुष्यमित्र पुस्तक की श्रेणियां हैं : literature, Stories, Novels & Plays

Name of the Book is : Pushya Mitra | This Book is written by Gurudutta | To Read and Download More Books written by Gurudutta in Hindi, Please Click : | The size of this book is 4.55 MB | This Book has 220 Pages | The Download link of the book "Pushya Mitra" is given above, you can downlaod Pushya Mitra from the above link for free | Pushya Mitra is posted under following categories literature, Stories, Novels & Plays |


पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी : ,
पुस्तक का साइज : 4.55 MB
कुल पृष्ठ : 220

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मानव-चरित्र राजनीति की आधारशिला है और चरित्रहीनता राजनीति में अवतरित होकर देश और राष्ट्र के ह्रास में कारण होती हैं । चरित्रहीनता को राजनीति में अवतरित होने में समय लगता है। यही कारण है कि राज्य में उच्छृखलता अथवा भूल तुरन्त प्रभाव उत्पन्न नहीं करती। इसको पाप का घड़ा भरना कहते हैं। यह माना जाता है कि घड़ा भर कर ही उछलता है। यही बात अशोक की नीति के विषय में कही जा सकती है। अशोक ने राजनीति में एक सम्प्रदाय का विशेष समर्थन किया था और वह सम्प्रदाय सन्यास धर्म को मानने वाला था, जो राज्य धर्म कदापि नहीं हो सकता।

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