विश्व इतिहास के विलुप्त अध्याय | Visva Itihas Ke Vilupta Adhyaya

विश्व इतिहास के विलुप्त अध्याय | Visva Itihas Ke Vilupta Adhyaya

विश्व इतिहास के विलुप्त अध्याय | Visva Itihas Ke Vilupta Adhyaya के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : विश्व इतिहास के विलुप्त अध्याय है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Unknown | Unknown की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 15.3 MB है | पुस्तक में कुल 129 पृष्ठ हैं |नीचे विश्व इतिहास के विलुप्त अध्याय का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | विश्व इतिहास के विलुप्त अध्याय पुस्तक की श्रेणियां हैं : history

Name of the Book is : Visva Itihas Ke Vilupta Adhyaya | This Book is written by Unknown | To Read and Download More Books written by Unknown in Hindi, Please Click : | The size of this book is 15.3 MB | This Book has 129 Pages | The Download link of the book "Visva Itihas Ke Vilupta Adhyaya" is given above, you can downlaod Visva Itihas Ke Vilupta Adhyaya from the above link for free | Visva Itihas Ke Vilupta Adhyaya is posted under following categories history |


पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 15.3 MB
कुल पृष्ठ : 129

Search On Amazon यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |

विश्वभर में आज जो इतिहास पढ़ाया, प्रस्तुत किया जा रहा था। अनुमान किया जा रहा है, उसमें अनेक भ्रान्त धारणाएँ हैं, जिनमें से कुछ तो ऐसी हैं जिनके कारण विगत घटनाओं को बिल्कुल उलटे रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है। इसका एक दृष्टान्त पश्चिमी विद्वानों द्वारा प्रचारित पह प्रचलित जन-विश्वास है कि आर्य एक जाति है, और आर्यों ने भारत पर आक्रमण किया था तथा इस देश को ही अपना घर, निवासस्थान बना लिया था।

You might also like
Leave A Reply

Your email address will not be published.