आग तपा सोना | Aag Tapa Sona

आग तपा सोना | Aag Tapa Sona

आग तपा सोना | Aag Tapa Sona के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : आग तपा सोना है | इस पुस्तक के लेखक हैं : nikolai ostrovisky | nikolai ostrovisky की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 01 MB है | पुस्तक में कुल 80 पृष्ठ हैं |नीचे आग तपा सोना का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | आग तपा सोना पुस्तक की श्रेणियां हैं : history, education

Name of the Book is : Aag Tapa Sona | This Book is written by nikolai ostrovisky | To Read and Download More Books written by nikolai ostrovisky in Hindi, Please Click : | The size of this book is 01 MB | This Book has 80 Pages | The Download link of the book "Aag Tapa Sona" is given above, you can downlaod Aag Tapa Sona from the above link for free | Aag Tapa Sona is posted under following categories history, education |

पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी : ,
पुस्तक का साइज : 01 MB
कुल पृष्ठ : 80

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यह आदेश देने वाली पादरी की पोशाक पहने एक मोटा वेडौल व्यक्ति था ! आदेश का पालन हुआ। सब बच्चे, जिनमे दो लडकिया और चार लडके थे, खड़े हो गए। तब उसकी छोटी छोटी दो आखें छ बच्चो को ऐसे घूरने लगी मानो उहे आर पार छेद देंगी। कुछ क्षणोपरात उसने लडकियो को बैठ जाने का इशारा किया । लड़कियो ने छुटकारे की सास लौ । अब फार वासिली की दहकती हुई नजरें उन चार लडको पर वैद्रित हुइ जो एक दूसरे से विलकुल सटे हुए खड़े थे। “बोलो कौन बदमाश तम्बाकू पीता है तुम लोगो मे ?' |' हम नही पीते फादर । चारो न एक्साथ डरते-डरते उत्तर दियो । | यह सुनकर पादरी का चेहरा लाल भभूका हो गया।

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