बज्जुर है छाती किसान की | Bajjur Hai Chati Kisan Ki के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : बज्जुर है छाती किसान की है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Unknown | Unknown की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Unknown | इस पुस्तक का कुल साइज 8.6 MB है | पुस्तक में कुल 156 पृष्ठ हैं |नीचे बज्जुर है छाती किसान की का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | बज्जुर है छाती किसान की पुस्तक की श्रेणियां हैं : science
Name of the Book is : Bajjur Hai Chati Kisan Ki | This Book is written by Unknown | To Read and Download More Books written by Unknown in Hindi, Please Click : Unknown | The size of this book is 8.6 MB | This Book has 156 Pages | The Download link of the book "Bajjur Hai Chati Kisan Ki " is given above, you can downlaod Bajjur Hai Chati Kisan Ki from the above link for free | Bajjur Hai Chati Kisan Ki is posted under following categories science |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
किसान हमारे देश को विभूति है । यही आदि-मानव हमारी सभ्यता र संस्कृति का मेरुदण्ड है। इसके श्रम से आज हम जीवित है। राष्ट्रीय चेतना का प्रतीक किसान है । इसकी भुजाओं में जो बल है, जो उत्साह है और जो कर्मठता है वही विश्व को विपत्तियों से बचा रही है। देश-भक्ति का अर्थ है देश की मिट्टी से मोह। किसान सच्चा राष्ट्रभक्त है। इसकी ममता मिट्टी के कण-कण से है। वह तो मिट्टी की गोद में हमेशा खेलता रहता है। उसका जन्म मिट्टी में हुआ है और उसकी मृत्यु मिट्टी में ही होगी।