काश्यपीय कृषि पध्दति | Kashyapiya Krishi Padhdati के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : काश्यपीय कृषि पध्दति है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Unknown | Unknown की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Unknown | इस पुस्तक का कुल साइज 11.5 MB है | पुस्तक में कुल 225 पृष्ठ हैं |नीचे काश्यपीय कृषि पध्दति का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | काश्यपीय कृषि पध्दति पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm
Name of the Book is : Kashyapiya Krishi Padhdati | This Book is written by Unknown | To Read and Download More Books written by Unknown in Hindi, Please Click : Unknown | The size of this book is 11.5 MB | This Book has 225 Pages | The Download link of the book "Kashyapiya Krishi Padhdati" is given above, you can downlaod Kashyapiya Krishi Padhdati from the above link for free | Kashyapiya Krishi Padhdati is posted under following categories dharm |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
इस उक्ति में कहा गया है कि कृषि कार्योपयोगी हल में लोहे का कठोर फाल लगा हो, उसको थामने के लिए लकड़ी की मूठ बनाई जानी चाहिए ताकि हल प्ररोह के दौरान सहूलियत रहे यह हल ही है जो गाय-बैल, भेड़-बकरी, घोड़ा-घोड़ी, स्त्री-पुरुषादि के लिए उत्तम घास और धान्यादि उत्पादित करके पुष्ट करता है।