कारणागम: | Karnagam के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : कारणागम: है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Ramchandra Pandey | Ramchandra Pandey की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Ramchandra Pandey | इस पुस्तक का कुल साइज 70.0 MB है | पुस्तक में कुल 183 पृष्ठ हैं |नीचे कारणागम: का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | कारणागम: पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm
Name of the Book is : Karnagam | This Book is written by Ramchandra Pandey | To Read and Download More Books written by Ramchandra Pandey in Hindi, Please Click : Ramchandra Pandey | The size of this book is 70.0 MB | This Book has 183 Pages | The Download link of the book "Karnagam" is given above, you can downlaod Karnagam from the above link for free | Karnagam is posted under following categories dharm |
यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
भगवान् शिव के द्वारा शैवागमों के उत्तर भाग में प्रतिपादित उस वीरशैव सिद्धान्त को भगवान् शिव के ही आदेश के अनुसार श्री रेणुक, श्री दारुक, श्री घण्टाकर्ण, श्री धेनुकर्ण और श्री विश्वकर्ण नामक पाँच आचार्यों ने भूलोक में प्रतिष्ठापित कर अनेक महर्षियों को इसका उपदेश किया है। इन आचार्यों के द्वारा उपदिष्ट वह सिद्धान्त सिद्धान्तशिखामणि आदि ग्रन्थों में संगृहीत है।