वनस्पति निरीक्षण पुस्तिका हिंदी पुस्तक मुफ्त पीडीऍफ़ डाउनलोड | Vanaspati Nirikshan Pustika Hindi Book Download PDF For Free

वनस्पति निरीक्षण पुस्तिका : राजस्थान वनस्पति जगत | Vanaspati Nirikshan Pustika : Rajasthan Vanapsati Jagat

वनस्पति निरीक्षण पुस्तिका : राजस्थान वनस्पति जगत | Vanaspati Nirikshan Pustika : Rajasthan Vanapsati Jagat

वनस्पति निरीक्षण पुस्तिका : राजस्थान वनस्पति जगत | Vanaspati Nirikshan Pustika : Rajasthan Vanapsati Jagat के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : वनस्पति निरीक्षण पुस्तिका है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Unknown | Unknown की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 8 MB है | पुस्तक में कुल 92 पृष्ठ हैं |नीचे वनस्पति निरीक्षण पुस्तिका का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | वनस्पति निरीक्षण पुस्तिका पुस्तक की श्रेणियां हैं : education, Knowledge, science

Name of the Book is : Vanaspati Nirikshan Pustika | This Book is written by Unknown | To Read and Download More Books written by Unknown in Hindi, Please Click : | The size of this book is 8 MB | This Book has 92 Pages | The Download link of the book "Vanaspati Nirikshan Pustika" is given above, you can downlaod Vanaspati Nirikshan Pustika from the above link for free | Vanaspati Nirikshan Pustika is posted under following categories education, Knowledge, science |

पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी : , ,
पुस्तक का साइज : 8 MB
कुल पृष्ठ : 92

यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |


सूखने पर इसकी पत्तियां किस रंग की हो जाती हैं ? इसके फूल का वर्णन कीजिए । उसका चित्र भी बनाइये । इसके फूल किस-किस मौसम में आते हैं ? फुल का रंग भी देखिए । क्या आपने सफेद
के फूल वाला आक का पौधा देखा है ?
इसके मकरंद को पाने के लिए तितली, शलभ, पक्षी, भौरे जैसे प्राणी इसके फूलों के पास सामान्यतः दिखाई दे जाते हैं । इसके पत्तों को खाने के लिए
आक तितली की इल्ली इस पर रहती है । वह इसके पत्तों को खाकर बड़ी होती है । मकड़ी आक तितली; इसकी इल्ली
आक की पत्तियों को खाती है। आक पर अपना जाला बनाती है । आक की टहनियां कच्ची दीवारों को सहारा देने के काम आती हैं । इसकी छाल से एक रेशा मिलता है जिससे रस्सी बनती है । इसके बीजों से तेल और इसके वीज पर लगे रेशे तकिए भरने के काम आते हैं । आक से कई औषधियां भी बनाई जाती हैं जो त्वचा, जोड़, ज्चर एवं पाचन से संबंधित बीमारियों में काम आती हैं । खेती एवं जंगली वनस्पति के लिए मिट्टी आवश्यक है और आक की जड़े मिट्टी को पानी के साथ बहने और हवा के द्वारा उड़ाए जाने से बचाने का महत्वपूर्ण कार्य करती हैं। पीपल की तुलना में आक की पत्तियां पतली होती हैं या मोटी ? आक के नन्हें पौधे की पत्तियां कैसी होती हैं पतली या मोटी ? क्या इसकी पत्तियों पर रोम होते हैं ?
" यदि हां, तो कौन सी सतह पर अधिक होते हैं - ऊपरी या निचली सतह पर?
इस बारे में अपने बुजुर्गों से पूछ कर ऐसे पौधे का महत्त्व आक का फूल लिखिए । आक के परिपक्व तने और जड़ों का रंग कैसा होता है ? इसकी नयी टहनियां किस रंग की होती हैं (टहनियां भी प्रकाश संश्लेषण में मदद करती हैं) ? इसके फूल और पत्तों का क्या धार्मिक उपयोग है ?
किसी बड़े क्षेत्र में आक की झाड़ी की संख्या का अंदाज लगाना हो तो वहां 5 मीटर x 5 मीटर के कुछ टुकड़ों को चिन्हित करके, उन टुकड़ों की सभी आक की झाड़ियों को गिनना चाहिए । इस आधार पर गणना करके पूरे क्षेत्र की कुल आक की झाड़ियों की संख्या का अंदाज
लगाया जा सकता है। इसके फल का चित्र बनाइए । यह देखिए कि उस फल में वीज किस तरह से लगे रहते हैं । इसके बीज पर लगा लंबे रेशों का गुच्छा बीज को हवा में उड़ा कर एक जगह से दूसरी जगह ले जाने में मददगार होता है । क्या उससे हवा की गति एवं दिशा का अनुमान लगता है ?
आक पर हरी पत्तियां पूरे वर्ष रहती हैं या किसी मौसम में झड़ जाती हैं ?

Share this page:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *