वक्तृत्व कला भाग 2 | Vatritav Kala Part 2 के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : वक्तृत्व कला भाग 2 है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Unknown | Unknown की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Unknown | इस पुस्तक का कुल साइज 04.3 MB है | पुस्तक में कुल 271 पृष्ठ हैं |नीचे वक्तृत्व कला भाग 2 का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | वक्तृत्व कला भाग 2 पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm
Name of the Book is : Vatritav Kala Part 2 | This Book is written by Unknown | To Read and Download More Books written by Unknown in Hindi, Please Click : Unknown | The size of this book is 04.3 MB | This Book has 271 Pages | The Download link of the book "Vatritav Kala Part 2 " is given above, you can downlaod Vatritav Kala Part 2 from the above link for free | Vatritav Kala Part 2 is posted under following categories dharm |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
बहुत समय से जनता की, विद्वानो की और वक्तृत्वकला के अभ्यासियो की माँग थी कि इस दुर्लभ सामग्री का जनहिताय प्रकाशन किया जाय तो बहुत लोगो को लाभ मिलेगा जनता की भावना के अनुसार हमने मुनिश्री की इस सामग्री को धारणा प्रारभ किया इस कार्य को सम्पन्न करने मे श्री डूगरगढ, मोमासर, भादरा, हिसार, टोहाना, नरवाना कैथल, हासी, भिवानी, तोसाम, ऊमरा, सिसाय, जमालपुर, सिरसा और भटिंडा आदि के विद्यार्थियो एव युवकों ने अथक परिश्रम किया है ।